पेशाब में इन्फेक्शन है खतरनाक

पेशाब में इन्फेक्शन है खतरनाक


यदि बुखार में पेशाब की जांच करायी जाए, तो हर १० बच्चे में तीन-चार बच्चों को पेशाब का इन्फेक्शन पाया जायेगा | यह अत्याधिक कॉमन है और एक दो दिन एंटीबायोटिक खिला देने के बाद भी सामान्यतः पेशाब की जांच नार्मल आती है, अतः यदि शारीरिक जांच में बुखार के कारणों का पता नहीं चलता है, तो तुरंत एंटीबायोटिक शुरू करने से पहले पेशाब की जांच करा ली जाती है, बिना पेशाब की जांच के एंटीबायोटिक दिए जाने पर 70-80 प्रतिशत मामलो में पेशाब का इन्फेक्शन ठीक हो जाता है, परन्तु यदि इन्फेक्शन का पता हो, तो उपयुक्त दावा, डोज को 7 दिनों तक देकर साधारण इन्फेक्शन को जड़ से ठीक किया जा सकता है, यदि रोग का सही से उपचार न हो पाये, तो इसके कारणों का पता नहीं चल पाटा है, यदि इन्फेक्शन खतरनाक रूप धारण कर ले, तो यह किडनी तक पहुच सकता है, इससे किडनी खराब भी हो सकती है, यदि इन्फेक्शन काम्प्लेक्स है, तो पेशाब की जांच के बाद किडनी यूरेटर एवं ब्लाडर का अल्ट्रासाउंड एवं बच्चों में M W G अवस्य करवा लेनी चाहिए, इससे रोगों का पता चलता है और किडनी को ख़राब होने से बचाया जा सकता है |

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