What is Wiskott-Aldrich Syndrome?
कुछ महीने पहले एक डेढ़ साल के बच्चे को इलाज के लिए लाया गया | उसे बार - बार न्यूमोनिया और कान में इन्फेक्शन की शिकायत हो रही थी | उसे एग्जिमा भी था | पेशाब व शौच के रास्ते से खून का स्राव होता था, जाँच में प्लैटलैट्स कम मिला, सूक्ष्म जाँच से पता चला कि उसके प्लैटलैट्स का आकार काफी काम था, इस कारण खून का थक्का जम नहीं पा रहा था, स्प्लीन भी काफी बढ़ा हुआ था | मरीज़ के इन लक्षणों को देख कर विस्कॉट अल्ड्रिच सिंड्रोम नामक रोग के होने का अनुमान हुआ | इस रोग को कन्फर्म करने के लिए उसके जीन की जांच की गयी, रिजल्ट आया | इस जांच से रोग कन्फर्म हो गया |
उपचार : इसके उपचार के लिए हर तीन सप्ताह पर इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए इंजेक्शन दिया गया | यह इंजेक्शन इन्फेक्शन से बचाने के लिए दिया गया था | जब भी मरीज़ को ब्लीडिंग होती थी तो प्लैटलैट्स ट्रांसफ्यूज़न से इसे रोका जाता था | इसका उपचार सिर्फ़ बोन मेरो ट्रांसप्लांट से ही संभव था | जल्द ही बच्चे को बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवा दिया गया, अब बच्चा बिलकुल ठीक है | हालांकि अब स्टेम सेल थेरेपी से भी इसका इलाज़ संभव है, मगर यह प्रक्रिया अभी रिसर्च फेज में है, पर कई मामलों में यह तकनीक सफल हुई है |
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